सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
दोस्तो, आज तक इस ब्लाग पर एक लाख से अधिक हिट हो चुके हैं। आप सबने इसे जो सम्मान दिया उसके लिए मैं आपका आभारी हूं। अगर इस ब्लाग में प्रस्तुत नुस्खों से चंद लोगों को भी लाभ हुआ हो, तो मैं अपनी मेहनत सफल समझता हूं। ब्लाग देखने के लिए शुक्रिया। इसी तरह आपकी खिदमत में सेहत के अनुभूत प्रयोग पेश करता रहूंगा। आजकल धमनियों के ब्लाकेज की वजह से बहुत से लोग परेशान हैं। श्रम और व्यायाम की कमीं और आहार के दोष की वजह से यह रोग महामारी का रूप लेता जा रहा है। शल्यक्रिया पर अनाप-शनाप पैसा खर्च होता है, उसके बाद भी शत-प्रतिशत नतीजे नहीं मिलते। यहां मैं दो नुस्खे पेश कर रहा हूं, एक आयुर्वेदिक है और दूसरा होमियोपैथी पर आधारित। जिन्होंने अपनाया उन्हें लाभ मिला है। आप भी चाहें तो आजमा सकते हैं।
चारों को मिला कर धीमी आंच पर तब तक गर्म करें जब यह तीन कप रह जाए। फिर इसे उतार कर ठंडा करें और इसमें तीन कप शुद्ध शहद मिला लें। नुस्खा तैयार है। इसे कांच की बोतल में भर कर फ्रिज में रख दीजिए। अब रोज सुबह खाली पेट तीन चम्मच लीजिए। इससे सारे ब्लाकेज खुल जाते हैं। धमनियां और शिराएं स्वच्छ हो जाती हैं। चारों चीजें गुणों से भरपूर हैं।
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