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मंगलवार, 29 नवंबर 2011

कृतज्ञता में कंजूसी न करें

कृतज्ञता ज्ञापन में आजकल लोग कंजूसी दिखाते हैं। किसी ने आपका कार्य किया तो वह भले ही छोटा या बच्चा ही क्यों न हो
उसके प्रति कृतज्ञता अवश्य जताइए। चाहे शुक्रिया के रूप में चाहे किसी अन्य रूप में। कृतज्ञता जोड़ती है, कृतघ्नता तोड़ती है। कृतज्ञता के साथ सकारात्मकता जुड़ी है। हाल ही वैज्ञानिकों ने इस बारे में शोध् किया है कि कृतज्ञता या धन्यवाद से व्यक्ति के जीवन में क्या सकारात्मक परिवर्तन होते हैं। स्वयं की और दूसरों की सेहत के लिए कृतज्ञता एक टानिक का काम करती है। कैलिफोर्निया विश्व विद्यालय के प्रोफेसर राबर्ट एमंस के अनुसार कृतज्ञता जताने वाले व्यक्ति अधिक जोशीले, चुस्त और जीवंत होते हैं। उन्होंने कृतज्ञता विज्ञान पर दो पुस्तकें लिखी हैं। उनका कहना है कि कृतज्ञता तनाव को रोकने वाले तत्व की तरह काम करती है। कृतज्ञता जताने वाले को ईर्ष्या, द्वेष, क्रोध, आक्रोश, रोष और अन्य तनाव पैदा करने वाली नकारात्मक भावनाओं का सामना कम करना पड़ता है। किसी के प्रति शुक्रिया अदा करना एक तरह से जीत जैसा है।

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