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सोमवार, 1 अगस्त 2011

दूध बढ़ाए होमियोपैथी


एक अगस्त से विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। स्तनपान को लेकर अब धीरे-धीरे जागृति बढ़ती जा रही है। कईं माताओं को पर्याप्त दूध नहीं आता। ऐसी स्थिति में उपर का दूध देना मजबूरी हो जाती है। होमियोपैथी इस अवस्था में अच्छी सहायक हो सकती है। दूध बढ़ाने के लिए एक अच्छी होमियो दवा है रिसिनस(Ricinus-Q)। इस दवा की पाँच से दस बूँद दिन में दो तीन बार आधा कप जल के साथ माताओं को देने से दूध बढ़ने लगता है। अगर दूध बहुत गाढ़ा हो और खराब स्वाद के कारण बच्चा स्तनपान नहीं करे तो बोरेक्स 3 एक्स(Borax3X) दी जानी चाहिए। यह पावडर के रूप में मिलती है। दिन में दो तीन बार चने के बराबर पावडर जबान पर रख कर धीरे-धीरे चूसे। दवा लेने के करीब आधे घंटे-पहले और पश्चात कुछ न खाएं पीएं तो दवा का असर अच्छा होता है। अगर दूध अत्यधिक आ रहा हो तो लेक-वेक-डिफ्लोवेटम-30(Lac Vacc.Defl-30) नामक दवा देने से मात्रा संतुलित हो जाती है। जब बच्चा बड़ा हो जाता है और माताएं दूध बंद करना चाहती है, लेकिन दूध आता रहता है। ऐसी अवस्था में सिओनेन्थस-30(Cionanthus-30) दी जानी चाहिए, इससे दूध बनना बंद हो जाएगा। रिसिनस दवा तो लाजवाब है। मेरे एक मित्र वेटरनरी डाक्टर हैं, उन्होंने दुधारु पशुओं पर भी इसे आजमाया और अच्छे परिणाम मिले। आक्सीटोसिन जैसी जहरीली दवा से दूध बढ़ाने वालों को इसे अपनाना चाहिए जो निरापद है।
-डा.ओपी वर्मा कहते हैं कि अलसी के सेवन से भी माताओं में दूध बढ़ता है। इससे बच्चे की सेहत में भी तेजी से वृद्धि होने लगती है। सुबह-शाम एक-एक चम्मच ताजा पीसी हुई अलसी नवप्रसूता को दी जानी चाहिए।

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