सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
कुल पेज दृश्य
रविवार, 17 अप्रैल 2011
लू sunstroke की दवा ग्लोनाइन
गर्मी बहुत पड़ रही है। चालीस से अधिक या आसपास तापमान चल रहा है। ऐसे में लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। लू से बचाव के लिए सिर ढँक कर रखना ठीक रहता है। टोपी लगाएं या स्कार्फ बाँध कर धूप में निकलें तो अच्छा। धूप में निकलने से पहले पानी अच्छा पी लेना चाहिए। कुछ लोग साथ में जेब में छोटा प्याज रख लेते हैं। नानी-दादियाँ कहती थीं कि प्याज साथ रखने से लू नहीं लगती। गर्मी के दिनों में कैरी का पना भी लू से रक्षा करता है। होमियोपैथी की एक अच्छी दवाई है, जो लू से बचाती भी है और लू उतारती भी है। नाम है ग्लोनाइन, इसकी तीस शक्ति की गोलियों की एक शीशी हमेशा साथ रख कर चलिए। तेज धूप में निकलने से पहले चार गोली मुँह में डाल कर चूस लें तो लू से बचाव हो जाता है। अगर लू लग ही जाए तो आवश्यकता अनुसार दिन में तीन-चार बार चार-चार गोली चूसें। साथ ही कैरी का पना पीएँ और प्याज का रस पैर के तलुओं में लगाएं, एक दो बूँद कान में टपका लें।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अच्छी बात..
जवाब देंहटाएंहोम्योपेथिक दवाइयां अगर ठीक से चुनी जाएँ तो अचूक होती है ... एवं जादू-सा असर दिखाती है .....
जवाब देंहटाएं