सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
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मंगलवार, 14 दिसंबर 2010
सेहत और सौंदर्ययुक्त एक सड़क
गत दिवस खरगोन से भुसावल व्हाया बिस्टान, पाल मार्ग पर सफर का सुअवसर मिला। बड़ा ही सेहत व सौंदर्यमय मार्ग है। घने पेड़ों से आच्छादित सतपुड़ा की सुंदर पर्वतमाला और उसके बीच से गुजरती सर्पिली सड़क। पाल से महाराष्ट्र की सीमा आरंभ होती है। खरगोन से भुसावल तक मार्ग की लंबाई है करीब ११० किलो मीटर। मध्यप्रदेश के हिस्से की आधी सड़क अच्छी बनी है। महाराष्ट्र का हिस्सा थोड़ा खराब है। लेकिन महाराष्ट्र वाले भाग में प्राकृतिक दृष्यावली मार्ग के दोष का दुख दूर कर देती है। बरसात के दिनों में तो और भी सुंदर नजारा रहता होगा। खरगोन से भुसावल पहुँचने में तीन पौने तीन घंटे लगते हैं। किसी फिल्म की शूटिंग के लिए बड़ा सुंदर नजारा है। फिल्म वालों की लगता है अभी इस पर नजर नहीं पड़ी। अगर इस मार्ग का विस्तार किया जाए तो महाराष्ट्र से एक और अच्छी लिंक जुड़ सकती है। मार्ग संकरा होने से अभी इधर से अधिक बस या ट्रक नहीं गुजरते। कार या जीप नुमा गाड़ियों के लिए मार्ग अच्छा है।
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kabhi aana hua to jaroor dekhenge..
जवाब देंहटाएंbahut achcha likha hai aap ne dhanyvad
जवाब देंहटाएंsheetal thakkar