कुल पेज दृश्य

शुक्रवार, 15 अक्तूबर 2010

हार्ट अटैक व स्ट्रोक से भी बचाता है तरबूज

तरबूज खाना सिर्फ गर्मी से राहत ही नहीं बल्कि उच्च रक्तचाप को काबू करने में भी मददगार साबित हो सकता है। इसमें एल.सिट्रलाइन नामक रसायन होता है जो रक्त वाहिकाओं में जमा वसा को हटाने में मदद करता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक की आशंका भी कम हो जाती है।
अमेरिका की फलोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में डाक्टर ए.फिगारो के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि प्रतिदिन तरबूज का जूस पीने से रोगियों का ब्लडप्रेशर कम हो जाता है। हाई ब्लडप्रेशर, हार्ट अटैक तथा स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण है। अध्ययन में शामिल लोगों को प्रतिदिन तरबूज के रस से निकला हुआ 6 ग्राम एल.सिट्रलाइन एक्सट्रेक्ट दिया गया। छह हफ्तों के बाद ट्रायल में शामिल किसी भी व्यक्ति को कोई साइड इफैक्ट नहीं हुआ और हाइपरटैंशन के उन मरीजों का ब्लड प्रेशर भी काबू में आ गया। अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर कोई एल सिट्रलाइन की गोलियां न रवाना चाहे तो उसे 6 ग्राम एल सिट्रलाइन के लिए कम से कम डेढ़ बड़ा तरबूज प्रतिदिन खाना होगा या उसका रस पीना होगा। लंदन से प्रकाशित समाचार पत्र डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रारंभिक सीमित अध्ययन के उत्साहजनक परिणामों के बाद अब जल्द ही और व्यापक अध्ययन शुरू किए जाएंगे।
संतरे में भी होता है: अनुसंधानकर्त्ताओं का कहना है कि तरबूज के अलावा ताजा सन्तरे में भी अधिक मात्रा में एल.सिट्रलाइन तत्व मौजूद होता है। एल. सिट्रलाइन एक प्रकार का अमीनो एसिड है जो शरीर की रक्त नालिकाओं को चौड़ा कर आसानी से रक्त प्रवाहित करने में मदद करता है तथा मानसिक एवं शारीरिक थकान भी दूर करता है। एल सिट्रलाइन शरीर में पहुँच कर पहले एल.अर्जिनाइन और फिर नाइट्रिक आक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। नाइट्रिक आक्साइड रक्त वाहिकाओं में वसा के जमाव को रोकने और जमी वसा को हटाने में सहायक होता है। सामान्य तौर पर डाक्टर तीन ग्राम तक एल.सिट्रलाइन तक लेने की सलाह देते हैं लेकिन अध्ययन के दौरान हाइपरटैनशन के रोगियों को 6 ग्राम एल. सिट्रलाइन लगातार छह हफ्तों तक दिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें