सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
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गुरुवार, 2 सितंबर 2010
कंजक्टिवाइटिस
बारिश के दिनों में डेंगू, स्वाइन फ्लू के साथ लाल आँखों की बीमारी अर्थात कंजक्टिवाइटिस भी फिर चल पड़ी है। होमियोपैथी मे इसकी अच्छी दवा है- यूफ्रेशिया-३० (euphrasia-30)। किसी होमियो केमिस्ट से इस दवा की गोलियाँ बनवा कर ले आएं। बचाव के लिए चार गोली रोज लेते रहें। जिन्हें रोग हो जाए वे दिन में तीन बार चार-चार गोलियाँ ले तो दो-तीन दिन में आराम हो जाता है। यूफ्रेशिया मदरटिंचर तरल रूप में भी मिलता है। इसकी चार-पाँच बूँदें आधा कप स्वच्छ पानी में मिला कर, आई वाशर (आँखें धोने का कप) में यह घोल डाल कर आँखें धोने से शीघ्र लाभ होता है। आई वाशर किसी केमिस्ट के यहाँ या चिकित्सा उपकरण बेचने वाली दुकानों पर मिल जाता है।
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