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मंगलवार, 9 मई 2017

जोड़ों के दर्द का बेजोड़ नुस्खा


50 साल के बाद धीरे-धीरे शरीर के जोड़ों में लुब्रीकेन्टस एवं केल्शियम बनना कम हो जाता है, इस कारण जोड़ों का दर्द व्यक्ति को परेशान करने लगता है। उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों के बीच गैप बढ़ने लगती है। केल्शियम की कमी जैसी समस्या भी सामने आती है।आधुनिक चिकित्सा में डाक्टर आपको जाइन्ट रिप्लेस करने की सलाह देते हैं। कई आथिॅक रुप से समृध्द यह उपचार करवा भी लेते हैं। वे मानते हैं कि हमारे पास तो बहुत पैसे हैं तो फिर घुटना चेंज क्यों न करवा लें। लेकिन जो चीज कुदरत ने हमें दी है, वो आधुनिक विज्ञान या कोई भी वैझानिक नही बना सकता।  कृत्रिम जाइन्ट फिट करवा कर थोड़े समय के लिए आपको राहत भले ही मिल जाए लेकिन यह स्थायी इलाज नहीं हो सकता। २-४ साल तक तो यह ठीक चलते हैं लेकिन बाद में तकलीफ और बढ़ सकती है। यहां हम आपको सस्ता और सुंदर उपचार बताते हैं, जिसे बगैर अधिक खर्च के आसानी से अपनाया जा सकता है। कुदरत ने हमें अनेक जड़ी बूटियां दी हैं, जो हमारे रोगों का सही ढंग से निवारण करती हैं। नीम, बबूल, पीपल, बरगद, तुलसी, अशोक, अमलतास जैसे पेड़ मनुष्य को कुदरत की अमूल्य भेंट हैं। 
*बबूल* नामक वृक्ष आपने जरुर देखा होगा। यह भारत में हर जगह बिना लगाये ही अपने आप खड़ा हो जाता है। अगर यह बबूल वृक्ष अमेरिका जैसे देशाे में इतनी मात्रा में होता तो आज वे ही लोग इनकी दवाई बनाकर हमसे हजारों रुपये लुटते । लेकिन भारत के लोगों को जो चीज मुफ्त में मिलती है, उनकी कोई  कदर नही करता है।
प्रयोग इस प्रकार करना है *बबूल* के पेड़ पर जो *फली ( फल)* आती है उसे तोड़कर लेकर आएं, यदि आपको शहर में नही मिल तो किसी गांव में चले जाएँ वहाँ जितने चाहें उतने बबूल मिल जायेगें। इन फलियों को सुखाकर पाउडर बनालें  आैर सुबह १ चम्मच की मात्रा में  यह पाउडर गुनगुने पानी के साथ खाने से आप जोड़ों के दर्द से निजात पा सकते हैं। यह दवा आपको 2-3 महीने लगातार सेवन करने से .आपको घुटनें बदलने की जरुरत नही पड़ेगी।
अगर चाहें तो एक और विकल्प है जिसे भी आजमाया जा सकता है। कुछ और आयुर्वेदिक दवाएं मिलने से यह फार्मूला और प्रभावी हो जाता है। 
➡ सौंठ 20 gms 
➡ अजवाइन. 20 gms 
➡ पुनर्नवा 50 gms 
➡ गीलोय. 50 Gms 
➡ देशी बबूलफली 300 gms 
➡ शुद्ध कुचला 06 gms 
इन सभी दवाओं को मिलाकर पावडर बना लें और रोज सुबह गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच पावडर दो तीन महीने सेवन करें। ये सभी दवाएं आपको पसारी के यहां मिल जाएंगीं।

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