दोस्तों आज आपको हम तेजपान के फायदों से अवगत कराते हैं। तेजपान गरम मसाले में प्रयोग होता है लेकिन इसके गुणों से हम नावाकिफ है। यह कैंसर, डायबिटीज, ह्रदय रोग और किडनी रोग जैसी घातक बीमारियों में अत्यंत उपयोगी है।
कैंसर# तेजपान में कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं, इसमें कैफीक एसिड, क्वेरी सेटिंग और इयूगिनेल नामक तत्व होते हैं, जो कैंसर होने से रोकते हैं।
डायबिटीज# यह टाइप टू डायबिटीज में लाभदायक है, ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। बार बार पेशाब की हाजत इसके सेवन से दूर हो जाती है।
किडनी रोग# इस रोग में तेज पत्तों को पानी में उबालकर नियमित पिए तो लाभ होता है।
नींद # यह नींद का हैंगओवर दूर करता है। रात को तेजपान के तीन चार पत्ते आधा गिलास पानी में भिगो दें, सुबह उठने के बाद यह पानी पीने से आपको नींद के हैंगओवर से राहत मिलेगी।
कब्ज भगाए# कब्ज, एसिडिटी और ऐठन को तेजपान दूर करता है। इस रोग में इसका चूर्ण नियमित रात को सोने से पूर्व लें।
सिर दर्द# सिरदर्द और सर्दी में भी तेजपान उपयोगी है, तेज पान के पत्ते पीसकर उसका लेप सिर पर लगाने से दर्द दूर होता है। इसका काढ़ा सर्दी जुकाम दूर करता है। खांसी में तेजपान और पीपल के पेड़ की छाल बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें आधा चम्मच चूर्ण शहद और अदरक का रस मिलाकर सुबह-शाम चाटें।
अस्थमा# दमा रोग में भी तेजपान उपयोगी है। अस्थमा और श्वास नली के रोग इसके सेवन से ठीक हो जाते हैं। तेजपान और पीपल बराबर मात्रा में पीसकर थोड़े चूर्ण को अदरक का रस मिलाकर शहद के साथ चाटें।
यौनशक्ति# तेजपान का चूर्ण सुबह गर्म गोदूध के साथ नियमित सेवन से यौन शक्ति बढ़तीहै।
आमवात# गठिया रोग के अलावा उदरशूल में भी यह फायदा करता है। इसके नियमित सेवन से भूख खुलकर लगती है।
दांत चमकाए# अगर आपके दांत पीले पड़ गए हैं, तो तेज पान के चूर्ण से हर तीसरे या चौथे दिन मंजन कर आप उन्हें चमकदार बना सकते हैं। इससे आपके दांतों में कीड़े भी नहीं लगेंगे।
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