सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
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मंगलवार, 29 सितंबर 2015
बहुुउपयोगी अमरूद के पत्ते
अमरूद तो अनेक गुणों से भरपूर प्रकृति की एक अनोखी देन है। अमरूद के बारे में कहा जाता है कि अगर कोई एक अमरूद रोज़ खाए तो डाक्टर के पास जाने की ज़रूरत ही नहीं पड़े। अमरूद के पत्ते भी गुणों से भरपूर हैं।
# अमरूद के पत्तों में पान की तरह कत्था लगा कर खाने से मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।
# दांत दर्द में पत्तों को कुचल कर फिटकरी के साथ पानी में मिला कर कुल्ला करें।
# पत्तों का रस पीने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
# अमरूद के पत्ते धोकर पानी में उबालें। इसमें थोड़ा दूध शक्कर डाल कर पीने से खाँसी ठीक होती है।
# चंद पत्ते रोज़ चबाने से मसूढे और दाँत मज़बूत होते हैं। मुँह की दुर्गंध भी मिटती है।
# अमरूद के पत्तों का काढा पीने से दस्त (डायरिया) में राहत मिलती है।
# ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम में पीसी मिश्री मिला कर 21 दिन तक रोज़ सेवन करें तो भूख खुल कर लगती है।
# अमरूद के चंद पत्ते रोज़ चबाके खाने से वज़न घटाने में मदद मिलती है।
# अमरूद के पत्तों की चाय रोज पीने से हृदय रोग, उच्च रक्तचाप में लाभ होता है। कोलेस्ट्रोल कम होता है।
# ताजे पत्ते पीस कर लगाने से मुँहासे ठीक होते हैं। चेहरे के दाग़ धब्बे मिट जाते हैं। चेहरे पर निखार आता है।
# गठिया ने परेशान कर रखा हो या फिर पेट ठीक ना रहता हो, तो अमरूद की पत्तियों के रस का प्रयोग करें।
# अमरूद के पत्तों को कूटकर, लुगदी बनाकर उसे गर्म करके लगाने से गठिया की सूजन दूर हो जाती है।
# अमरूद के पत्तों का रस निकालकर उसमें चीनी मिलाकर नित्य पीने से स्वप्नदोष की बीमारी में लाभ होता है।
# अमरूद की ताजी पत्तियों का रस १० से २० मिलीलीटर नित्य सुबह-शाम पीने से ल्यूकोरिया में अप्रत्याशित लाभ पहुंचता है।
# डेंगू बुखार में अमरूद की पत्तियों का रस पियें। यह बुखार के संक्रमण को दूर करता है।
# किसी भी एलर्जी को दूर कर सकता है अमरूद के पत्तों का रस। यह एलर्जी के वायरस को खतम करता है।
नोटः अमरूद के गुण इसी ब्लाग में पहले दिए जा चुके हैं।
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