सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामय। अगर हम एक आदर्श जीवनशैली अपना लें, तो रोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। मैंने अपने कुछ अनुभूत प्रयोग यहां पेश करने की कोशिश की है। जिसे अपना कर आप भी स्वयं को चुस्त दुरुस्त रख सकते हैं। सुझावों का सदैव स्वागत है, कोई त्रुटि हो तो उसकी तरफ भी ध्यान दिलाइए। ईमेल-suresh.tamrakar01@gmail.com
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मंगलवार, 12 जुलाई 2011
Hum Pyar Mein Jalnewalon Ko
स्वर्गीय मदनमोहनजी की आज 14 जुलाई को पुण्यतिथि है। वे हमारे बीच भले ही नहीं हों लेकिन उनकी अमर कृतियाँ बरसों बरस हमें सुकुन देती रहेंगीं।
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