अलसी का चमत्कार (miracle of linseed)
कैसे सेवन करेंः अलसी को साफ कर हल्की आँच पर थोड़ा भून लें। इसमें थोड़ी सौंफ और अजवाइन मिला लें। चाहें तो काला नमक और नींबू का सत भी स्वाद के लिए डाला जा सकता है। इसे मुख शुद्धि के रूप में भोजन के बाद सुबह शाम और दोपहर में एक-एक चम्मच ले सकते हैं।
-या फिर सींकी हुई अलसी को मिक्सर में हल्का पीस कर आटे में मिला कर उसकी रोटी बनाइए और खाइए। या पीसी अलसी को सब्जी अथवा दाल में डाल कर भी खाया जा सकता है।
-विभिन्न प्रकार की चटनियों के साथ इसे मिला कर भी लिया जा सकता है।
अलसी के बारे में ज्यादा जानकारी आपको Flaxindia.blogspot.com पर मिल सकती है। कोटा राजस्थान के डा.ओपी वर्मा ने इस पर काफी रिसर्च किया है। उन्होंने फेक्स अवेअरनेस सोसायटी बनाई है। चाहें तो आप भी उसके सदस्य बन कर अलसी अपनाने वाले क्लब में शामिल हो सकते हैं।
अगर आप पहले से अलसी का प्रयोग कर रहे हों तो अपने अनुभव शेयर कीजिए। या अब शुरू करने पर कुछ समय बाद बताइये कि आपको कैसे और क्या लाभ नजर आए।
भ्रांतिः कुछ लोगों के मन में यह भ्रांति है कि अलसी की प्रकृति गर्म होती है। अतः ग्रीष्मकाल में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। मैंने यह जिज्ञासा डा.ओपी वर्माजी के समक्ष रखी तो उनका जवाब था कि अलसी गर्म नहीं होती इसे किसी भी मौसम में लेने में कोई हर्ज नहीं है।font>
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